12th Geography मानव भूगोल NCERT CH-2 विश्व जनसख्या वितरण घनत्व और वृद्धि Notes in Hindi PDF || 12th Geography CH-2 विश्व जनसख्या वितरण घनत्व और वृद्धि ||12th Geography Crash Course Notes in Hindi PDF || 12th Geography Chapter wise notes in Hindi pdf 2021-23||
कक्षा – 12वी मानव भूगोल
Chapter -2.विश्व जनसख्या वितरण घनत्व और वृद्धि
Notes By :- StudyAnybody Mohd Guljar(9315230675)
प्रश्न 1 : विश्व में जनसंख्या वितरण के प्रारूप बताइए ।
जनसंख्या वितरण : जनसंख्या वितरण से अभिप्राय धरातल पर लोगों वितरण या फैलाव से है ।
जनसंख्या वितरण का प्रारूप :
· जनसंख्या वितरण के प्रारूप का संबंध लोगों के वितरण या फैलाव की प्रकृति से है ।
प्रश्न 2 : जनसंख्या के घनत्व का क्या अर्थ है ? इसे कैसे मापा जाता है ? विश्व में जनसंख्या घनत्व के प्रमुख क्षेत्र बताइए । जनसंख्या का घनत्व : प्रति वर्ग किलोमीटर पर रहने वाले व्यक्तियों की संख्या को जनसंख्या घनत्व कहता है । जनसंख्या घनत्व जनसंख्या एवं क्षेत्रफल के बीच एक अनुपात होता है ।
जनसंख्या जनसंख्या का घनत्व = जनसंख्या/ क्षेत्रफल
उदाहरण के लिए ' क ' प्रदेश का क्षेत्रफल 100 वर्ग कि.मी. है और जनसंख्या 1,50,000 है । जनसंख्या का घनत्व इस प्रकार निकाला जाएगा :
इस प्रकार निकाला जाएगा :
घनत्व =150,000/100 = 1.500 व्यक्ति / वर्ग कि.मी.
विश्व में जनसंख्या घनत्व के प्रमुख क्षेत्र निम्नलिखित हैं :
3: जनसंख्या वितरण को प्रभावित करने वाले कारक बताइए ।
जनसंख्या वितरण को प्रभावित करने वाले कारक निम्रलिखित हैं :
· जल की उपलब्धता
· भू आकृति या उच्चावच ( अनुकूल / प्रतिकूल )
· जलवायु
प्रश्न 4 : जनसंख्या वृद्धि से आप क्या समझते हैं ? जनसंख्या परिवर्तन के घटक बताइए ।
जनसंख्या वृद्धि : किसी निश्चित अवधि के दौरान किसी निश्चित क्षेत्र के निवासियों की संख्या में परिवर्तन को जनसंख्या वृद्धि कहते हैं यह निम्नलिखित दो प्रकार का होता है
• धनात्मक वृद्धि : जब निवासियों की संख्या में वृद्धि हो ।
• ऋणात्मक वृद्धि : जब निवासियों की संख्या में कमी हो ।
जनसंख्या परिवर्तन के घटक निम्नलिखित है :
· जन्म दर ( Birth Rate )
· मृत्यु दर ( Mortality Rate )
· प्रवास ( Migration ) .
प्रश्न 5 : प्रवास से आप क्या समझते हैं ? यह कितने प्रकार का होता है ? लोग प्रवास क्यों करते हैं ?
प्रवास : जनसंख्या के किसी एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाकर बसने को प्रवास कहते हैं ।
प्रवास निम्नलिखित दो प्रकार का होता है :
• आप्रवास - जब लोग अन्य प्रदेशों से आकर किसी प्रदेश में बसते हैं तब उसे आप्रवास ( In - Migration ) कहते हैं ।
• उत्प्रवास - जब लोग किसी स्थान से जाकर किसी दूसरे स्थान पर बसते हैं तब उसे उत्प्रवास ( Out - Migration ) कहते हैं ।
प्रवास के निम्नलिखित दो कारण / कारक होते हैं :
A. प्रतिकर्ष कारक : प्रवास के ऐसे कारक जिनके कारण लोग अपने स्थान को छोड़ने के लिए मजबूर होते हैं उन्हें प्रवास के प्रतिकर्ष कारक कहते हैं ।
जैसे कि रोजगार के अवसरों में कमी , हिंसा , शिक्षा स्वास्थ्य सुविधा का अभाव आदि ।
B. अपकर्ष कारक : प्रवास के ऐसे कारक जिनके कारण लोग दूसरे स्थान की ओर Click Here For Full Answers
प्रश्न 6. जनांकिकीय संक्रमण सिद्धान्त की तीन अवस्थाओं की विवेचना कीजिए ।
जनांकिकीय संक्रमण सिद्धान्त : जनांकिकीय संक्रमण सिद्धान्त हमें बताता है कि जैसे ही समाज ग्रामीण खेतीहर और अशिक्षित अवस्था से उन्नति कर के नगरीय औद्योगिक और साक्षर बनता है तो किसी प्रदेश की जनसंख्या उच्च जन्म और उच्च मृत्यु से निम्न जन्म और निम्न मृत्यु में परिवर्तित होती है ।
यह परिवर्तन निम्नलिखित तीन अवस्थाओं में होता है :
· प्रथम अवस्था : इस अवस्था में उच्च जन्म दर और उच्च मृत्यु दर होती है क्योंकि लोग महामारी और कुपोषण के शिकार होते हैं जनसंख्या वृद्धि धीमी होती है और अधिकांश लोग कृषि करते हैं जहां बड़े परिवारों को परिसंपत्ति माना जाता है जीवन प्रत्याशा निम्न होती है अधिकांश लोग अशिक्षित होते हैं और तकनीकी स्तर भी कम होता है जिस कारण अधिक उन्नत स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं होती हैं ।
· दुसरी अवस्था : इस अवस्था में प्रारंभ में जन्म दर अधिक होती है Click Here For Full Answers
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