Subscribe For Latest Updates

...............

Class 12th Geography मानव भूगोल NCERT CH-1 NOTES In Hindi || Ch-1st मानव भूगोल प्रकृति एवं विषय क्षेत्र || 12th Geography Notes in Hindi PDF 2021-23 || Chapter Wise Notes in HINID PDF

12th Geography Notes in Hindi, class 12th Geography notes download in hindi, 12th Geography Ch-1 Notes chapter wise, Download 12th Geography Notes in

 

                Class:-12th Geography

CH-1 मानव भूगोल प्रकृति एवं विषय क्षेत्र

          Most Important Topics   

       For More Notes:-click Here

 



CLICK HERE FOR PDF NOTES

प्रश्न 1. मानव भूगोल की दो मुख्य शाखाओं के नाम लिखिए ।

a . भौतिक भूगोल और

b . मानव भूगोल


प्रश्न 2. नव निश्चयवाद की धारणा किसने प्रस्तुत की ?

ग्रिफिथ टेलर .

प्रश्न 3. पर्यावरण निश्चयवाद का क्या अर्थ है ?

 • मानव पर प्रकृति का नियंत्रण

प्रश्न 4. जनसंख्या भूगोल का संबंध आप किस सामाजिक शास्त्र से जोड़ेगे ?

• जनांकिकी

प्रश्न 5. सामाजिक भूगोल के किन्ही दो क्षेत्रों का नाम बताइए ।

 सांस्कृतिक भूगोल

 ऐतिहासिक भूगोल

व्यवहारवादी भूगोल

 

प्रश्न 5. आर्थिक भूगोल के किन्ही दो क्षेत्रों का नाम बताइए ।

• संसाधन भूगोल

कृषि भूगोल

उद्योग / व्यापार / पर्यटन भूगोल .

 

प्रश्न 6. मानव भूगोल का जनक किसे कहते हैं ?

उत्तर:- एंथ्रोपोज्योग्राफी ( Anthropogeography ) पुस्तक के लेखक फ्रेडरिक रैटजेल ।

 

प्रश्न 7. Origin of Species के लेखक कौन हैं ?

 • चार्ल्स डार्विन

 

प्रश्न 8. मानव भूगोल के मानवतावादी और व्यवहारवादी उपागमों का उदय कब हुआ ?

.1970 के दशक में

 

प्रश्न 9. रेडिकल या आमूलवादी विचार क्या है ?

उत्तर• रेडिकल विचार मानव भूगोल का एक ऐसा उपागम है जिसमें मार्क्स के सिद्धांतों का उपयोग किया जाता है और सामाजिक समस्याओं का अध्ययन किया जाता है ।


 प्रश्न 10 .मानव भूगोल को परिभाषित कीजिए ।

 a . मानव भूगोल : - मानव भूगोल एक ऐसा भूगोल है जिसमें विश्व की जनसंख्या , मानव की क्रियाएं , मानव बस्तियां आदि का अध्ययन किया जाता है ।

b . फ्रेडरिक रैटजेल ने अपनी पुस्तक एंथ्रोपोज्योग्राफी ( Anthropogeography ) में बताया है कि - मानव भूगोल मानव समाजों तथा धरातल के बीच संबंधों का संश्लेषित अध्ययन है ।

 c . एलन सी . सेंपल के अनुसार , “ मानव भूगोल स्थिर पृथ्वी एवं क्रियाशील मानव के बीच परिवर्तनशील संबंधों का अध्ययन है ।

 

 प्रश्न 11 .मानव भूगोल की प्रकृति से आप क्या समझते हैं ?

 मानव भूगोल की प्रकृति : - मानव भूगोल में समस्त मानवीय तत्वों एवं क्रियाकलापों जैसे जनसंख्या , मानवीय क्रियाओं जैसे कि कृषि एवं आखेट , मानवीय घर , गांव , नगर , सड़क , रेल , उद्योग , खेत , पतन आदि का अध्ययन किया जाता है । क्योंकि मानव का संबंध प्राकृतिक पर्यावरण से भी हैं Click Here For Full Answers

 

 प्रश्न 12 .मानव के प्राकृतिकरण से आप क्या समझते हैं ?

 मानव का प्राकृतिकरण : - जब मानव की उत्पत्ति हुई तब मानव को तकनीकी ज्ञान प्राप्त नहीं था जिस कारण प्राकृतिक पर्यावरण मानव को नियंत्रण में रखता था । इस प्रकार मानव प्राकृतिक पर्यावरण से डरता था और उसकी पूजा करता था , इसी अवस्था को मानव का प्राकृतिकरण कहते हैं जिसमें मानव पर प्रकृति का नियंत्रण था ।

प्रश्न 13.पर्यावरणीय निश्चयवाद के विचार से आप क्या समझते हैं ? इसकी प्रमुख विशेषताएं बताइए ।

 पर्यावरणीय निश्चयवाद ( Environmental determinism ) : - निश्चयवाद विचारधारा के अनुसार मनुष्य को निष्क्रिय एवं प्रकृति का बताया गया है जो प्रकृति की प्रबल शक्तियों से डरता है और उसकी पूजा करता है जबकि प्रकृति की प्रबलता पर विशेष ध्यान दिया गया है और इसी आधार पर इसे पर्यावरणीय निश्चयवाद कहते हैं । निश्चयवाद विचारधारा में मनुष्य प्रकृति की देन है और समस्त मानवीय कार्य प्रकृति द्वारा नियंत्रित है प्रकृति की स्थिति ( जलवायु उच्चावच मृदा खनिज आदि ) के अनुसार ही मनुष्य के शारीरिक गठन , भोजन , वस्त्र - आश्रय आदि का  निर्धारण होता है ।

विशेषताएं : : i . पर्यावरण निश्चयवाद विचार अत्यंत प्राचीन विचार है जो मानव के आदिम रूप से संबंधित है जब मानव ने तकनीकी विकास बहुत कम किया था । यह विचार प्रकृति को अत्यंत शक्तिशाली बताता है ।

ii . फ्रेड्रिक रेटजेल , रिटर , हम्बोल्ट आदि इसके समर्थक हैं ।

iii .Click Here For Full Answers

प्रश्न 14.प्रकृति का मानवीकरण किस प्रकार हो जाता है ? स्पष्ट कीजिए ।

 प्रकृति का मानवीकरण : - प्रकृति अवसर प्रदान करती है और मानव उनका उपयोग करता है और इस प्रकार धीरे - धीरे प्रकृति पर मानस प्रयासों की छाप पड़ने लगती है ।

मानव ने समय के साथ - साथ प्रकृति के नियमों को समझते हुए , तकनीक को विकसित किया और प्रकृति के अवसरों का लाभ उठाता गया ,

Click Here For Full Answers 

प्रश्न 15 .संभववाद विचार से आप क्या समझते हैं ? इसकी प्रमुख विशेषताएं बताइए ।

 संभववाद ( Possibilism ) : - संभववाद विचारधारा यह बताती है कि मानव प्रकृति से भी अधिक महत्वपूर्ण है , वह अपनी बुद्धि , बल तथा कार्यकुशलता के आधार पर पर्यावरण को प्रभावित करता है ।

संभववाद विचारधारा के अनुसार मानव पर्यावरण की कटपुतली नहीं है अर्थात अन्य शब्दों में संभववाद विचारधारा यह स्पष्ट करती है कि मानव प्रकृति का दास नहीं है ।

 समय के साथ साथ मानव ने विज्ञान और तकनीक का विकास किया और प्रकृति की शक्तियों पर विजय पाने में सफल हुआ ।

 आज मानव सब कुछ कर सकता है जैसे कि :

    • मानव जल पर चल नहीं सकता लेकिन तैर सकता और जहाज के द्वारा सफर कर सकता है ।

   Click Here For Full Answers

विशेषताएं :

1.       संभववाद विचारधारा मानव को अत्यंत शक्तिशाली मानती है जबकि प्रकृति की शक्तियों को अनदेखा करती है ।

2.        . फ्रांस के लुसियन फेब्रे और विडाल - डी - ला - ब्लाश इस विचार के समर्थक हैं ।

3.       उदाहरण : नदियों पर बाँध बनाकर सिंचाई व्यवस्था द्वारा कृषि करना ।

4.       Click Here For Full Answers

प्रश्न 16 .नव निश्चयवाद विचार का क्या अर्थ है ? इस विचार की प्रमुख विशेषताएं बताइए ।

 अथवा

रुको और जाओ निश्चयवाद किसे कहते हैं ? इस विचार की प्रमुख विशेषताएं बताइए ।

नव निश्चयवाद ( Neo - determinism ) : - नव निश्चयवाद विचारधारा में प्रकृति एवं मानव दोनों को महत्वपूर्ण माना जाता है ।

 नव निश्चयवाद विचार प्रकृति मानव को विकास के अवसर उपलब्ध कराती है और मानव इनका प्रयोग करके विकास को संभव बनाता है लेकिन प्रकृति ने इन अवसर पर एक सीमा भी निर्धारित की है ।

इस प्रकार मानव पर्यावरण का नुकसान किये बिना विकास के अवसरों का लाभ ले सकता है ।

 नव निश्चयवाद के विचार को 1920 Click Here For Full Answers

विशेषताएं :

I.                    नव निश्चयवाद विचार मानव एवं प्रकृति दोनों को समान रूप से महत्वपूर्ण मानता है ।

II.                   ग्रिफिथ टेलर और फ्रांसिस बेकन इसके समर्थक हैं ।

Click Here For Full Answers

 

प्रश्न 17 .मानव भूगोल के विकास की समयावधि का वर्णन करें । अथवा मानव भूगोल के इतिहास या समय के गलियारों में मानव भूगोल का वर्णन कीजिए ।

 समय के गलियारों में मानव भूगोल : - मानव भूगोल का विकास खोज से लेकर आधुनिकवाद तक समय के विभिन्न चरणों में हुआ है । इस प्रकार समय के गलियारों में मानव भूगोल का इतिहास तब से चला आ रहा है जब पृथ्वी पर मानव की उत्पत्ति हुई थी और आज भी मानव भूगोल का विकास जारी है । समय के गलियारों में मानव भूगोल को निम्नलिखित रूप में देखा जा सकता है :

 a . उपनिवेशिक युग : - साम्राज्यवाद और उपनिवेशवाद के युग में मानव भूगोल में नए क्षेत्रों में खोज तथा विवरण विकसित हुए इसके साथ ही क्षेत्र के प्रादेशिक विश्लेषण पर भी जोर दिया गया ताकि पृथ्वी को सम्पूर्ण रूप में समझा जा सके ।

b.1930-1960 तक : - मानव भूगोल के विकास की इस अवधि में मानव भूगोल में क्षेत्रीय विभेदन तथा स्थानिक संगठन के उपागम शामिल हुए

c . Click Here For Full Answers


प्रश्न  18 .मानव भूगोल के उपक्षेत्र ( विषयक्षेत्र या शाखाओं )  का वर्णन कीजिए ।

 मानव भूगोल के उपक्षेत्र : - मानव भूगोल मानव और प्राकृतिक पर्यावरण के संबंधों का अध्यन है जिसमें प्राकर्तिक पर्यावरण के साथ मानव द्वारा किए गए क्रिया - कलाप का अध्यन किया जाता है । मानव के इन क्रिया - कलाप का विस्तृत अध्ययन मानव भूगोल की शाखाओं या उपक्षेत्रों में किया जाता है ।

 जैसे कि :

 • जनसंख्या भूगोल में जनसंख्या का अध्यन

• चिकित्सा भूगोल में बीमारियों और महामारियों का अध्ययन

Click Here For Full Answers

 

प्रश्न  19. प्रौद्योगिकी के विकास के लिए प्रकृति का ज्ञान किस प्रकार महत्वपूर्ण है उपयुक्त उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए ।

 प्रौद्योगिकी के विकास में प्रकृति का ज्ञान : - मानव ने तकनीक यानी प्रौद्योगिकी का विकास कर के प्राकृतिक शक्तियों के मानव पर प्रभाव को कम कर दिया है । लेकिन मानव ने यह तकनीकी विकास प्रकृति के नियमों को समझने के बाद किए हैं इसे इस प्रकार समझा जा सकता है :

(a)घर्षण और ऊष्मा की संकल्पना ने अग्नि की खोज में हमारी सहायता की ।

b . डी.एन. ए . तथा अनुवांशिकी के रहस्यों की समझ ने हमें अनेक बीमारियों पर विजय पाने के योग्य बनाया ।

c . Click Here For Full Answers


प्रश्न 20. प्रौद्योगिकी मनुष्य पर पर्यावरण के नियंत्रण को किस प्रकार कम करती है ? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए ।

प्रौद्योगिकी से मनुष्य पर पर्यावरण के नियंत्रण में कमी : - पर्यावरण ने मानव को नियंत्रण में कर रखा था जिसके अनुसार मानव केवल वही कार्य कर सकता था जिसकी अनुमति पर्यावरण ने दी हो लेकिन मानव ने अपने तकनीकी विकास के कारण पर्यावरण के इस नियंत्रण से अपने आप को मुक्त कर लिया है ।

दूसरे - शब्दों में प्रौद्योगिकी से मनुष्य ने पर्यावरण के नियंत्रण में कमी की है जिसे निम्नलिखित उदाहरणों से समझा जा सकता है :

Click Here For Full Answers




Subscribe Us